श्रद्धा का प्रतीक, सेवा का संकल्प – श्री श्याम धाम सूरत
संगीत
भक्ति के स्वर, श्याम के रंग
भावपूर्ण भजनों का संकलन जो आत्मा को शांति और भगवान श्याम के चरणों में प्रेम से जोड़ता है।
श्याम बाबा के भजन
श्रद्धा और भक्ति से भरपूर, यहाँ सुनें और पढ़ें मधुर भजन जो आपके मन को शांति और आनंद प्रदान करें।
हर शब्द में भक्ति का स्पंदन है, और हर सुर में प्रेम का संदेश।
श्याम बाबा की महिमा का गुणगान करते ये भजन आपके हृदय को छू लेंगे।
आइए, इस भक्ति-रस में डूबकर आत्मा को सुकून और आनंद का अनुभव दें।
हो कितनी
सुंदर तेरी
[संगीत]
अदाए सबको ही
भाए सबको
लुभाए सबको ही
भाए
सबको दिल को चुराने का हुनर तुझको आए बंसी
बजा के तू पंछी
फंसाए बंसी बजा के तू पंछी
फंसाए यहां के नियम कानून बिल्कुल अलग है
कायदे अलग ही है प्यार
के जीत मिलती है दिल हार
के जो डूबा वही तर गया हाय कसम से शाम का
चढ़ गया अब लेना देना क्या जहान
से दिल लगा खाटू
वाले
से श्याम का रंग चढ़ गया हाय कसम से श्याम
का रंग चढ़ गया अब आप सबकी लाइन आ गई नैना
जो र से ऐसा मुस्कुराया
श्याम से मुझको दीवाना कर गया हाय कसम से
श्याम का रंग चढ़
[संगीत]
गया ंग डंग ंग ड
श्याम श्याम श्याम श्याम श्याम अबू लेना
देना क्या जहान से अब लेना देना क्या जहान
से दिल लगा खाटू वाले शाम से दिल लगा टू
वाले श्याम से श्याम का रंग चढ़ गया हाय
कसम से श्याम का रंग चढ़ गया
नैना जो मिले हैं सरकार से ना जो मिले हैं
सरकार से ऐसा मुस्कुराया श्याम प्यार से
ऐसा मुस्कुराया श्याम प्यार से हमको
दीवाना कर गया हाय कसम से श्याम का रंग
चढ़
गया हो
ओ जाने कैसी प्रेम डगर है दिल
बैरागी मन बेसबर है दिल
बैरागी मन बेस है हो दिल
बैरागी मन बेसबर है सब कहते हैं
तू जिसको गोलू कहे उसे प्रेम नगर है गोलू
कहे उसे प्रेम नगर
है लो सारी बात पूरी हो गई जन्म
जन्म इस
रास्ते भटका मैं बाबा तेरे
वास्ते अब जाके तू मिल मिल गया हाय कसम से
अब जाके तू मिल
गया अब जाके तू मिल
गया हाय
कसम
से अब जाके तू मिल
गया नैना जो मिले हैं
सरकार से ऐसा
मुस्कुराया प्यार से हमको दीवाना कर गया
हाय कसम से श्याम
का जड़ गया या का रंग जड़
गया मिला हूं अब जो
तुमसे है दिल को मेरे कसम से सुक
मिला सुक मिला
है हर पल हसी सा हुआ है बड़ी तुमसे
[संगीत]
नजदीकिया
सुकून मिला सुख मिला
[संगीत]
हैरे
ना रे रे
रे
रे
ना इस लमहे
को रोक
दूं या मैं खुद को इसमें झोक
दूं क्या करूं क्या करूं क्या
करूं इस लमहे में मैं कुछ भी जानू ना
मारी का गलती
कोने तो से
नना जब से मिले तोसे
नना जब से
मिले बन
गए
सिलसिले कि सुद बुद कोई है कोई मैंने हा
जान गवाई गवाई
मैंने तुझको बसाया है धड़कन में
सावरे कि सुद बुध होई है खई मैंने हां जान
गवाई गवाई मैंने हां तुझको बसाया है धड़कन
में
सांवरे हीरे
मोती मैं ना चाहूं
[प्रशंसा]
मैं तो
चाहूं संगम
[संगीत]
तेरा मीरा ने भी कह दिया मैं तो
तेरी
कन्हैया तू
[संगीत]
[प्रशंसा]
है
मेरा
[संगीत]
कन्हैया
[संगीत]
[संगीत]
ओ सबको लग रहा होगा मनमानी हो रही क्या
क्या गा रहे
हैं है ना लेकिन मेरी हर मन मानी बस तुम
तक बातें बचकानी बस तुम तक मेरी र दीवानी
बस तुम
तक मेरे सुख दुख आते जाते सारे तुम तक तुम
तक तुम तक सवरे तुम तक तुम तक अर्जी मेरी
फिर आगे जो मर्जी तुम तक तुम तक अर्जी
मेरी फिर तेरी जो मर्जी मेरी हर दुश्वार
बस तुम तक मेरी हर
होशियारी बस तुम तक मेरी हर
तैयारी बस तुम तक तुम तक तुम तक तुम तक
तुम तक मेरी इश्क
री बस तुम
[संगीत]
[संगीत]
तक नैनों की दाना
[संगीत]
[संगीत]
जाओ ओ नैनों के घाट ले जा नैनों की
नया पतवार तू है
मेरी तू खे
वैया जाना है पार
तेरे ही
भव है पहुंचेगी पार
कैसे नाजुक सि
[संगीत]
[प्रशंसा]
नैया ये रे रे रे
रे रे रे रे ना रे रे रे ना रे रे रे ना
ना
वीर
शहीदों की
खुशबू भारत में आज भी आती
है ये नई पंक्तियां है मैंने धुन बनाई है
आपको लग सकता है समय थोड़ा सा समझने में
लेकिन शब्दों पर ध्यान दो सा वीर शहीदों
की
खुशबू भारत में आज भी जाती
है सोने की
चिड़िया अब भी पड़ों पे बैठ के गाती
है जिस धरती पे रिश मुनियों संतों ने जप
तप हवन किया जिस धरती पे खुद देवों ने रूप
बदल करर रमण
किया जिस धरती पे खुद देवों ने
जिस धरती पे क्रांत कायों का बलिदानी साहस
है उस
धरती क्या कहूं जो भी कहूं वो होगा कम
तेरे
लिए दिल दिया है जान भी
देंगे वतन तेरे
लिए दिल दिया है जान
वतन तेरे लिए ओ हर करम
अपना करेंगे ऐ वतन तेरे
लिए दिल दिया है जा भी
देंगे ऐ वतन तेरे
लिए ऐ वतन तेरे लिए
वतन तेरे
लिए सच्चे दरबार की
भजनों में छुपा है भक्ति का सार
भजन केवल संगीत नहीं, यह आत्मा की पुकार होती है। यह वह माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने हृदय की गहराइयों से प्रभु को स्मरण करते हैं। जब शब्दों में प्रेम, सुरों में श्रद्धा और भावनाओं में भक्ति समाहित होती है, तब भजन जन्म लेते हैं। श्याम बाबा के भजन हमारे मन को शांत करते हैं, चिंताओं को दूर करते हैं और जीवन में आस्था व सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
भक्ति की यह विधा केवल गान नहीं, एक अनुभूति है। वाणी और संगीत के माध्यम से जब हृदय प्रभु के चरणों में समर्पित होता है, तो वह केवल श्रवण नहीं बल्कि आत्मा का स्पर्श बन जाता है। श्याम भजन हमें ईश्वर से जोड़ते हैं, हमें सिखाते हैं कि कैसे भावनाओं के माध्यम से प्रभु को पाया जा सकता है। यह एक ऐसी साधना है जो नित्य जीवन को दिव्यता से भर देती है।
विविधता में भक्ति – हर भाव के लिए एक भजन
हमारे “भजन संग्रह” में आपको श्याम बाबा के विभिन्न भावों और रूपों को समर्पित भजन मिलेंगे – आरती, सुबह की मंगलध्वनि, दोपहर की भक्ति रचनाएँ, और रात्रि विश्राम भजन। हर अवसर और भाव के लिए एक उपयुक्त भजन का चयन किया गया है, ताकि श्रद्धालु अपने हृदय की बात प्रभु से सीधे जोड़ सकें।
यह संग्रह न केवल श्रोताओं को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है, बल्कि उन्हें एक सजीव भक्ति अनुभव भी कराता है। प्रत्येक भजन में श्रद्धा, प्रेम और समर्पण की भावना गहराई से समाहित है, जो मन को शांति और आत्मा को सुकून प्रदान करती है।
हर स्वर में है सेवा का समर्पण
यह संग्रह हमारे समर्पित गायकों, संगीतकारों और सेवकों की वर्षों की सेवा और भक्ति का परिणाम है। इस संकलन का उद्देश्य न केवल भक्ति का प्रसार करना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी श्याम भक्ति के मूल स्वरूप से परिचित कराना है। आप यहाँ भजन सुन सकते हैं, डाउनलोड कर सकते हैं और सामूहिक संकीर्तन के लिए उपयोग कर सकते हैं।


